दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
जब मैं जिंदगी का पता भूल जाता हूँ कविता मैं लौटता हूँ तुम्हारे घर में।
क्या खूब कहा आपने राकेश !
क्या खूब कहा आपने राकेश !
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