दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
कितना अधिक अँधेरा है इस निर्जन में, इस मन में! जीवन का गीत वही लिखेगा जो मन को गा लेगा।
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