दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
रोशनी में अँधेरा दिखाई नहीं देता अँधेरे में रोशनी दिखाई देती है।
बहते जल में नहीं बह जाती है मेरी परछाई! जो मेरी जिद है कविता में हर वक्त बची रहती है।