Thursday 18 September 2014

तुम्हारी हँसी सी एक कविता हो - राकेश रोहित

एक बहुत  प्यारी  तुम्हारी हँसी  है मेरे पास
मैं  चाहता  हूँ  उतनी  ही  सुंदर 
एक कविता  भी मेरे पास हो!

Monday 1 September 2014

उफ ये तुम्हारी याद है - राकेश रोहित

उफ ये तुम्हारी याद है या भींगी हुई हवा कोई
दिल को हम समझाते रहे और आँखें गीली हो गईं!