दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
इस जिद्दी बारिश में बचाना है कागज का यह टुकड़ा, तुम अपना हाथ दो तो हथेलियों में छिपा लूँ इसको!