दो ही शब्द हैं दुनिया में! एक जो तुम कहती हो, एक जो मैं लिखता हूँ!!
नदी किनारे गीली मिट्टी पर उसने पाँच बार सिंदूर लगाया फिर हँस कर उसने देखा नदी को और नदी सुहागन हो गयी।